अरुण कुमार निगम एवं श्रीमती सपना निगम (विवाह पूर्व मंजु रामटेके)
विवाह की 29 वीं वर्षगाँठ
विवाह की 29 वीं वर्षगाँठ
मं त्र मुग्ध हूँ मौन अकिंचित , प्यार करो तो जानूँ
जु गनू की शीतल ज्वाला , स्वीकार करो तो जानूँ.
रा स नहीं बनवास नहीं , उन्मुक्त प्रेम हूँ प्रियतम
म न की व्याकुलता से तुम श्रृंगार करो तो जानूँ
टे सू नहीं , दहकता मन है ,मन के मीत सुनो तुम
के श घटा की इस पर तुम , बौछार करो तो जानूँ
अ गर सुखों से प्यार तुम्हें है , साथ ना चल पाओगे
रू प – महल को मेरे कारण , वार करो तो जानूँ
न हीं चाह जीवन-साथी की , तुम जीवन बन जाओ
नि र्धन के उर में रह कर ,अभिसार करो तो जानूँ
ग गन अभागा ऐसा मेरा ,हर क्षण जहाँ अमावस
म नमीता ! यह मावस अंगीकार करो तो जानूँ.
( सन 1982 में लिखी गई कविता )
शादी की सालगिरह की बहुत बहुत बधाई ...शुभकामनायें ...
ReplyDeleteकविता बहुत खूबसूरती से लिखी है ...
श्रिंगार और प्रेम रस से ओत प्रोत मनभावन गीत के साथ अरूण भाई को शादी की 29वीं साल गिरह की बधाई।
ReplyDeleteअरुण जी और सपना जी ,
ReplyDeleteआपकी स्नेह सिक्त टिप्पणी मिली ... देखिये ..चर्चा मंच पर अच्छी रचनाओं को लाना मेरा काम है ...नए लोगों तक चर्चा मंच के माध्यम से लोगों को पहुंचा कर मुझे प्रसन्नता होती है ...ऐसा मैंने कुछ नहीं किया है जिसके लिए आप इतना सोचें .... हाँ बस ऐसे ही स्नेह से सम्बन्ध बन जाते हैं ...आप मेरे मेल ID पर मेल कर सकते हैं ...
sangeetaswarup@gmail.com
thanx
सुंदर शाब्दिक अलंकरण लिए रचना ....... शादी की सालगिरह की बधाई शुभकामनायें
ReplyDeleteमन -मीता यह मावस अंगीकार करो तो जानूं ....
ReplyDeleteआपके गीत गेयात्मकता,रागात्मकता और भावों का प्रस्फुटन अजस्र धारा बन बह जातें हैं .श्रृंगार का इतना मूर्तन ,एक माहौल रचती है आपकी रचना .शुक्रिया इस दावत के लिए .,ट्रीट के लिए .पर्यावरण दिवस और आपकी वर्षगांठ दाम्पत्य की साथ साथ है .बस एक दिन का फासला है जिसे माहौल ने पाट दिया है
शादी की सालगिरह की बधाई
ReplyDeleteachhi likha hai apne
http://shayaridays.blogspot.com
विवाह की 29 वीं वर्षगाँठ पर आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteविवाह की 29 वीं वर्षगाँठ पर आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें.
ReplyDeleteकविता बहुत खूबसूरती से लिखी है
विवाह की २९ वी वर्षगांठ पर आपको एवं भाभीजी को हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!
ReplyDeleteबहुत ख़ूबसूरत और लाजवाब कविता लिखा है आपने!
६ जून हमारे जीवन का विशिष्ट दिन है.इस अवसर पर आपकी स्नेहमयी शुभ कामनाएँ किसी मूल्यवान धरोहर से कम नहीं हैं.आप सभी के प्रति हम हार्दिक आभार प्रकट करते हैं.
ReplyDelete(इस कविता की विशिष्टता यह है कि हर पंक्ति के प्रथम अक्षर को यदि क्रमवार पढ़ा जाये तो हम दोनों के नाम दिखाई देंगे ."मंजू रामटेके -अरुण निगम" .निश्चित अक्षर से पंक्ति की शुरुवात करना और कविता के प्रवाह तथा भाव को बनाये रखना बहुत कठिन होता है.)
-निगम दंपत्ति
विवाह की वर्षगांठ पर बहुत-बहुत बधाई...बहुत प्यारा गीत है....
ReplyDeleteआपके जीवन में यूं ही प्यार बना रहे...
आपकी स्नेहभरी टिप्पणी मिली... हर बरस मन उदास हो जाता है...जानती हूं जाने वाले कभी नहीं आते पर मन को कैसे समझाऊं....
जिस गाने के बारे में आपने लिखा है मुझे भी बहुत पसंद है...
आपको उसका लिंक दे रही हूं....
http://www.youtube.com/watch?v=-Kt60ZFdxOM
बहुत-बहुत धन्यवाद.....
विवाह की वर्षगांठ पर बहुत-बहुत बधाई
ReplyDelete- विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
आदरणीय अरुण कुमार निगम जी
ReplyDeleteविलंब से ही सही …
विवाह की 29 वीं वर्षगांठ की
हृदय से बधाई !
शुभकामनाएं !!
मंगलकामनाएं !!!
बहुत अच्छी रचना तो आप 1982 में ही कर लेते थे … :)
- राजेन्द्र स्वर्णकार
देर से आया:
ReplyDeleteवैवाहिक वर्षगांठ की बहुत बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ.