Followers

Wednesday, August 15, 2012

जरा याद उन्हें भी कर लो...............



                (कुंडलिया छंद)

तूफानों से खींच कर ,  कश्ती लायें तीर
धीर वीर हरदम हरें    , भारत माँ की पीर
भारत  माँ की पीर , शहादत को अपनाते
जान दाव पर लगा सभी की जान बचाते
देश सुरक्षित सारा , वीर के बलिदानों से
कश्ती लायें तीर  , खींच कर तूफानों से.



 



 
अरुण कुमार निगम
आदित्य नगर, दुर्ग (छत्तीसगढ़)
विजय नगर, जबलपुर (म.प्र.)

स्वाधीनता दिवस की शुभकामनाये

15 comments:

  1. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं..

    ReplyDelete
  2. बहुत ही बढ़िया
    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!


    सादर

    ReplyDelete
  3. किनके नाम ??????????? याद भी कितनों के हैं ? भगत सिंह, सुखदेव , ..... की माँ और थीं और न भगत होना आसान है न उसकी माँ

    ReplyDelete
  4. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!

    जय हिंद!

    ReplyDelete
  5. बहुत खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

    ReplyDelete
  6. खूबसूरत प्रस्तुति.
    स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.

    ReplyDelete
  7. swatantrta diwas pr hardik badhai ke sath apki es sundar prastuti pr sadar abhar nigam sahab.

    ReplyDelete
  8. देशभक्ति की प्रेरणा देती बहुत अच्छी रचना।

    स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं।

    ReplyDelete
  9. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीयता से ओत प्रोत इस रचना के लिया हार्दिक बधाई

    ReplyDelete
  10. सात समंदर पार कर, नाव चली इंग्लैण्ड |
    बलिदानों से बच सकी, टूटे दुश्मन हैण्ड |
    टूटे दुश्मन हैण्ड, बैण्ड अब हमी बजाते |
    कई बिदेशी ब्रांड, दौड़ कर अब अपनाते |
    बड़े विदेशी बैंक, खुले खाते बेनामी |
    ब्लैक मनी का ढेर, रखे हैं सत्ता स्वामी ||

    ReplyDelete
    Replies
    1. आदरणीय रविकर जी आपने यहाँ जो गहरी बात कही है वो एकदम सत्य है

      Delete
  11. बहुत सुन्दर प्रस्तुति वाह अरुण जी

    ReplyDelete
  12. १५ अगस्त की बधाई ...
    लाजवाब ... जबरदस्त ...

    ReplyDelete
  13. jai hind ............prerak prastuti

    ReplyDelete