वो बैठे छत्तीसगढ़ और हम मध्यप्रदेश
एस.एम.एस.से भेजते
दोनों ही संदेश
दोनों ही
संदेश , नौकरी बैरन भारी
मजबूरी है इधर,
उधर भी
है लाचारी
साहब से छुट्टी
मांगी वो मूछें ऐंठे
शादी की है सालगिरह,गुमसुम
वो बैठे.
भाभी जी के संग गया , मार्केट अभिषेक
दोनों लेकर आ गये
सुंदर सा
एक केक
सुंदर सा एक केक ,देख कर उसका डब्बा
अभिषेक की मम्मी बोली हाये रब्बा
सालगिरह का केक अकेली कैसे काटूँ
लगा फोन पापा को, थोड़ा सुख-दुख बाटूँ.
मैंने बोला फोन
पर , युग है हाई टेक
श्रीमती जी ! काटिये , फौरन सुंदर केक
फौरन सुंदर केक , ऑन लाइन हैं
हम भी
चिंता तनिक न कीजे , कि फाइन हैं हम भी
आई बहू बनारस से , सेलीब्रेट है करने
केक काट कर जाओ, बहू के संग विचरने.
जा रे, जा रे ब्लॉग
तू , दो सौ उन्नीस मील
दिशा पकड़ वायव्य की , लगे जहाँ गुडफील
लगे जहाँ गुडफील
, वहीं पर दुर्ग
है मेरा
माँ , बीबी , बच्चों
का , मेरे वहीं बसेरा
जाकर मेरी मजबूरी
, सबको बतलाना
सालगिरह तू ब्याह
की मेरी वहीं मनाना.
भूला हूँ मैं
व्याकरण , लघु - गुरु को छोड़
आता है ऐसा कभी , हर जीवन में मोड़
हर जीवन में मोड़
, बने जीवन ही छलिया
फिर कैसा दोहा – रोला , कैसी कुण्डलिया
दु:ख की बांधे डोर , खुशी झूले है
झूला
मित्रों करना माफ,अरुण व्याकरण है भूला.
अरुण कुमार निगम
विजय नगर, जबलपुर (मध्य प्रदेश)
हर जीवन में मोड़,बने जीवन ही छलिया
ReplyDeleteफिर कैसा दोहा – रोला ,कैसी कुण्डलिया,,,,
ओन लाइन ३० वीं वर्ष गाँठ मनाने की बहुत२ बधाई,शुभकामनाए,,,,
MY RESENT POST,,,,,काव्यान्जलि ...: स्वागत गीत,,,,,
सुंदर पंक्तियाँ, हार्दिक बधाइयाँ आपको
ReplyDeleteढ़ेर सारी शुभकामनाएं!
ReplyDeleteसादर!
अभिषेक के मम्मी-पापा को विवाह की तीसवीं वर्ष-गाँठ की हार्दिक बधाई !
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई सर!
ReplyDeleteसादर
मैंने बोला फोन पर , युग है हाई टेक
ReplyDeleteश्रीमती जी ! काटिये , फौरन सुंदर केक
फौरन सुंदर केक , ऑन लाइन हैं हम भी
चिंता तनिक न कीजे , कि फाइन हैं हम भी
आई बहू बनारस से , सेलीब्रेट है करने
केक काट कर जाओ, बहू के संग विचरने... हम भी ऑनलाइन हैं आपदोनों को बधाई देने के लिए , चलिए बढ़ाइए कुछ टुकड़े केक के
बधाई....बधाई......
ReplyDeleteबार बार दिन ये आये......
साथ बना रहे........
:-)
सादर
30 वीं वैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक शुभकामनायें । भावों को क्या खूब पिरोया है।
ReplyDeleteकल 08/06/2012 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
हार्दिक शुभ कामनाएं |
ReplyDeleteआशा
इस अवसर पर आपको अनंत शुभकामनाएं भावमय करते शब्दों का संगम है यह अभिव्यक्ति ...
ReplyDelete:):) व्याकरण भले ही भूले हों पर जीवन की मिठास कायम है .... बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत सुन्दर.. हार्दिक शुभ कामनाएं |
ReplyDelete30वीं बैवाहिक वर्षगाँठ पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शुक्रवार के चर्चा मंच पर भी लगाई जा रही है!
सूचनार्थ!
आदरणीय भाभी और आपको वैवाहिक वर्षगांठ की ढेरों बधाइयाँ..... लेकिन यह क्या अरुण भईया....
ReplyDeleteछुट्टी लेकर आज ही, लौटो अपने देश।
सम्मुख कहो बधाइयाँ, भेजो ना संदेश॥
भेजो ना संदेश, बरस में दिन आता है।
यादों में आनंद, साथ में ही आता है।
भाभी कर लो आज, अरुण भईया से कुट्टी।
अगर नहीं वो आय, दुरुग जो ले के छुट्टी॥
सादर।
bahot manoranjak.......shubhkamnayen bhi lijiye.
ReplyDeleteभाई हमसे हो गयी एक घनेरी भूल
ReplyDeleteभूल बधाई हम गए दिल में उठता सूल
दिल में उठता सुल माफ़ हमको कर देना
जल्दी आकार दुर्ग पार्टी हमसे ले लेना
आषाढ़ आवत हे हाई टेक तरंग बादर मा
अटक जाथे|कालिदास के हाई टेक अपनाए ला पढ़ही
तेखर ले बढ़िया जल्दी आजा भाई जल्दी आजा
विवषता का बहुत सुन्दर चित्रण
ReplyDeleteबहुत अच्छी लगी ये कुंडली
30 वीं वैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक शुभकामनायें ।
ReplyDeleteशुभप्रभात .... !!
ReplyDeleteविवाह की तीसवीं वर्षगाँठ की बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनायें .... !!
कल आपकी तीसवीं शादी सालगिरह थी .....
कल मेरी तीसवीं शादी सालगिरह होगी ....
एक और खास बात बताऊँ मेरे पति का नाम भी
Dr अरुण कुमार श्रीवास्तव है ....
30 वीं वैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ!!!
ReplyDeleteरचना में मजबूरी और मिठास दोनों झलक रही है.
सुंदर पंक्तियाँ
ReplyDeleteवैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक वैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक शुभकामनाएँ!
सुन्दर रचना...
ReplyDeleteबधाइयाँ
बधाई !
ReplyDeletebahut bahut badhai.....
ReplyDeletebhaut-bhaut bhadhaayi....
ReplyDeleteहार्दिक बधाई सर
ReplyDeleteवाह कविवर ....
ReplyDeleteआभार !