यही वो तिलस्मी पथ है
जो जाता तो है
जीवन पर पूर्ण विराम खींचने
मगर लौटता है
जीवन पर प्रश्न चिन्ह लेकर.
यही वो तिलस्मी पथ है
जिस पर जाते हुये
मिलते हैं
कुछ बिखरे हुये अल्प विराम
कुछ अर्ध विराम के ठूँठ
धूल पर ठहरे हुये
कुछ विस्मयादिबोधक-चिन्ह.
यही वो तिलस्मी पथ है
जिस पर लौटते पथिक की
नियति में लिखा है
फिर से कैद होना
जीवन के कोष्टक में
प्रश्न-चिन्हों के साथ.
गाता राम नाम पथ
अविरल अविराम पथ
शाश्वत मुक्तिधाम पथ
एक पूर्ण विराम पथ.
अरुण कुमार निगम
आदित्य नगर , दुर्ग (छत्तीसगढ़)
विजय नगर , जबलपुर (मध्य-प्रदेश)
Bahut hi sundar abhivyakti! Anupam shabd chayan.. dhanyavaad!
ReplyDeleteयही वो तिलस्मी पथ है
ReplyDeleteजिस पर लौटते पथिक की
नियति में लिखा है
फिर से कैद होना
जीवन के कोष्टक में
प्रश्न-चिन्हों के साथ...कितनी सार्थकता है आपकी बातों में
नव-वर्ष की मंगल कामनाएं ||
ReplyDeleteधनबाद में हाजिर हूँ --
बहुत खूब कहा है आपने ।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया ..
ReplyDeleteबेहतरीन सार्थक रचना.
बधाई.
बेहतरीन रचना बधाई.
ReplyDeleteइस पथ का उद्देश्य नहीं है, शांत भवन में टिक रहना,
ReplyDeleteकिंतु चले जाना उस हद तक जिसके आगे राह नहीं है।
मोक्ष सब चाहते हैं पर इस पथ प् जाने से सबको न जाने क्यों डरलगता है ..
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर और सार्थक सन्देश ...
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया सर!
ReplyDeleteसादर
भाषाई प्रतीकों बिम्बों के सहारे गहरी बात कहती बहुत सार्थक रचना आदरणीय अरुण भाई.... सादर बधाई स्वीकारें.
ReplyDeleteA very beautiful creation indeed.
ReplyDeletesundar evam saarthak sandesh deti rachna abhaar ...
ReplyDeleteसराहनीय प्रस्तुति
ReplyDeleteजीवन के विभिन्न सरोकारों से जुड़ा नया ब्लॉग 'बेसुरम' और उसकी प्रथम पोस्ट 'दलितों की बारी कब आएगी राहुल ...' आपके स्वागत के लिए उत्सुक है। कृपा पूर्वक पधार कर उत्साह-वर्द्धन करें
यही वो तिलस्मी पथ है
ReplyDeleteजिस पर लौटते पथिक की
नियति में लिखा है
फिर से कैद होना
जीवन के कोष्टक में
प्रश्न-चिन्हों के साथ.
सकारात्मक सार्थक सन्देश लिए अनुपम रचना .
आपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को नये साल की ढेर सारी शुभकामनायें !
ReplyDeleteबहुत ख़ूबसूरत रचना !
सकारात्मक सार्थक सन्देश लिए अनुपम रचना .
ReplyDeleteभाई साहब ज्यादातर रोग ही इस दौर के मनो -कायिक हैं साइकोसोमातिक हैं (Psychosomatic:describes a physical illness that is caused by mental factors such as stress ,or the related to such illnesses,involving both the mind and body).आज के ९० %रोग मन से काया में आ रहें हैं .ONLY A HEALTHY BODY CAN HOUSE A HEALTHY MIND.सुन्दर विज्ञान कविता .जी हाँ आपकी रचनाएं आयुर्वेद के पाठ्य क्रम (BAMS)में शामिल करने की पात्रता लिए हैं . फल और तरकारियों पर लिखी रचनाएं हिंदी के हर अखबार में छपनी छापनी चाहिए .बाल साहित्य का श्री वर्धन हैं आपकी रचनाएं .स्वास्थ्य निर्देशिका रचतीं हैं .बधाई नव वर्ष पर
bahut sundar rachna.bahut pasand aai.
ReplyDeleteबहुत सुंदर और अर्थपूर्ण रचना !
ReplyDeleteबधाई !
अर्थ पूर्ण ... सकारात्मक रचना ... बहुत अच्छी लगी ...
ReplyDeleteयही वो तिलस्मी पथ है
ReplyDeleteजिस पर लौटते पथिक की
नियति में लिखा है
फिर से कैद होना
जीवन के कोष्टक में
प्रश्न-चिन्हों के साथ.......बिलकुल सही
गाता राम नाम पथ
ReplyDeleteअविरल अविराम पथ
शाश्वत मुक्तिधाम पथ
एक पूर्ण विराम पथ.
Nigam sahab bhaut hi sundar rachana ka srijan kiya hai ... adhyatmik abhivyakti ...bahut abhar ke sath hi badhai .
bahut khoob...
ReplyDeleteएक के बाद एक पढने को उकसाती है आपकी हरेक रचना लौटता जा रहा हूँ पीछे और पीछे .
ReplyDeleteगाता राम नाम पथ
अविरल अविराम पथ
शाश्वत मुक्तिधाम पथ
एक पूर्ण विराम पथ.