कच्चा ताजा हरा पपीता
कई गुणों से भरा पपीता
सब्जी बना कर खाया जाता
सबके मन को बहुत है भाता.
जैसे - जैसे पकता जाये
पीले रंग में ढलता जाये.
विटामिन – सी बढ़ता जाये
मधुर स्वाद से सजता जाये.
प्रकृति का वरदान पपीता
औषधि गुण की खान पपीता
है अमृत के समान पपीता
कर देता बलवान पपीता.
इसमें ए बी सी डी विटामिन
थायमीन और रीबोफ्लेविन
एस्कोर्बिक एसिड और प्रोटीन
कार्पेसमाइन , बीटा केरोटीन.
तत्व सभी ये हैं हितकारी
करते दूर कई बीमारी
सब्जी , फल दोनों उपयोगी
रखें देह को सदा निरोगी.
इसके बीज भी गुणकारी हैं
और बड़े ही चमत्कारी हैं
बीज चबा - चबा जो खाये
आँखों की रोशनी बढ़ जाये.
ब्यूटीपार्लर न जाना चाहे
तन सुंदर भी बनाना चाहे
पके पपीते का पेस्ट बनाये
मालिश देह की वह कर जाये.
थोड़ी देर यूँ ही सुस्ताये
उसके बाद स्नान कर आये
जो भी ये युक्ति अपनाये
त्वचा नर्म कांतिवान हो जाये.
कच्चा पपीता माह भर खाये
मोटापा वह दूर भगाये.
यह चर्बी को कम है करता
और शरीर को चुस्त है रखता.
अगर त्वचापर दाद हो जाये
कच्चे पपीते का दूध लगाये
शीघ्र ही अपना असर दिखाये
दाद खाज का नाश हो जाये.
पका पपीता पाचक होता
उदर रोग में लाभदायक होता
तन में शक्ति का स्त्रोत बढ़ाता
और नेत्र की ज्योत बढ़ाता.
गर्भवती स्त्री को बतायें
कच्चा पपीता कभी न खायें.
राय चिकित्सक की ले आयें.
तब ही कोई कदम बढ़ायें.
खाने में स्वादिष्ट पपीता
करता है आकृष्ट पपीता
सभी फलों में अच्छा पपीता
पका पपीता , कच्चा पपीता.
अरुण कुमार निगम
आदित्य नगर , दुर्ग ( छत्तीसगढ़ )
विजय नगर , जबलपुर ( मध्य प्रदेश )
सच! पपीता तो गुणों की खान है ...
ReplyDeleteनिगम जी ..जैसे आप :-):-)
नेक काम की बधाई !
खाने में बेजोड़ पपीता,
ReplyDeleteलिखने का जी तोड़ सलीका,
अरुण निगम ने सच लिख डाला,
दिख जाए हर और पपीता.
वाह..
ReplyDeleteबहुत बढ़िया..
ईश्वर करें आपका स्टॉक कभी खत्म ना हो..
खाने में बेजोड़ पपीता,
ReplyDeleteलिखने का जी तोड़ सलीका,
अरुण निगम ने सच लिख डाला,
दिख जाए हर और पपीता.
kushvansh ji ne jo likha uske baad kuchh likhna shesh nahin hai...!!
maine aapki aur bhi rachnaaye padhi hain..sab ki sab sahaj,saral aur gyaan vardhak hain...!!
अगर मैं शिक्षा मंत्री होता तो आपकी सारी बाल कविताएं कोर्स में लगवा देता।
ReplyDeleteto aaj papite ke bhaag khule ...
ReplyDeletegreat creation on fruits and vegetables...
ReplyDeleteबहुत खूब, बधाई
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर भी पधार कर अनुगृहीत करें.
वाह...सहेज कर रख लेने योग्य हैं सभी के सभी पोस्ट..
ReplyDeleteकितने मनोहारी ढंग से आपने गुण गिनाये...बहुत बहुत सुन्दर...
हितकारी, सुन्दर पोस्ट...
बहुत ज्ञानवर्धक और रोचक प्रस्तुति...
ReplyDeleteख़ूबसूरत शब्दों से सुसज्जित उम्दा रचना के लिए बधाई!
ReplyDeleteक्रिसमस की हार्दिक शुभकामनायें !
मेरे नये पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
http://seawave-babli.blogspot.com/
बहुत ही सुन्दर और निराले ढंग से आपने पपीता के गुणों को बताया है ...
ReplyDeleteआपकी ये रचनाएं पाठ्य पुस्तकों में शामिल करने लायक हैं।
ReplyDeleteबहुत बढि़या।
बहुत खूब अरुण जी ... आज तो पपीते को खोल के रख दिया आपने ... बहुत बहुत ही मज़ा आ रहा है आपकी इस श्रंखला का ...
ReplyDeleteसुन्दर उपयोगी और सटीक रचना |
ReplyDeleteआशा
पपीते के बारे में उपयुक्त जानकारी देती रचना ... बच्चे और बूढ़े सबको पढनी चाहिए ..
ReplyDeleteबहुत सुन्दर अरुण भईया.....
ReplyDeleteआदरणीय मनोज सर सही कहते हैं, ये कवितायें कोर्स में होनी चाहिये....
सादर..
ज्ञानवर्धक सुंदर रचना,...अच्छी प्रस्तुती,
ReplyDeleteक्रिसमस की बहुत२ शुभकामनाए.....
मेरे पोस्ट के लिए--"काव्यान्जलि"--बेटी और पेड़-- मे click करे
पपीते के बारे में भरपूर जानकारी .लेकिन गर्भवती पपीता न खाएं यह महज़ मिथ है विज्ञान नहीं है .पपीता विटामिन ए का अच्छा स्रोत है जिसकी कमी से गर्भस्थ रतौंधी ग्रस्त हो सकता है .अन्यथा यह एक बेहतरीन आलेख है पपीते पर .
ReplyDeleteakhir ap ne meri bat man hi lee ... mane ap se agrah kiya tha ki agli kavit papeete pr likhen aur ap ne sachmuch papeete ke roop me ak shandar prastuti di ..... bahai Nigam ji apki rachana bahut hi upyogi aur samaj ke hit me hai.... bahut bahut abhar.
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