बेमतलब चिल्लाना सीखो
अवसर मिला भुनाना सीखो।
महँगे-महँगे वस्त्र पहन कर
इत्र लगा, इतराना सीखो।
तिकड़मबाजी बहुत जरूरी
किसको कहाँ फँसाना सीखो।
इसकी टोपी उसके सिर पर
हौले से पहनाना सीखो।
मूल समस्याओं से प्यारे
सबका ध्यान हटाना सीखो।
*अरुण कुमार निगम*
No comments:
Post a Comment