Followers

Sunday, May 3, 2015

सिद्धार्थ – गौतम बुद्ध

























मैं सिद्धार्थ शुद्धोधन प्यारा
प्रजावती का राजदुलारा
लुम्बिनी में जन्म हुआ था
कपिलवस्तु था घर हमारा .

गौतम गोत्र शाक्य वंशधारी
क्षत्रीय वर्ण सनातनचारी
जन्मदात्री मेरी महामाया
मौसी गौतमी बनी थी धाया

राज-वैभव कभी रास न आया
याधोधरा भी लागे माया
पिता ने सारे जतन किये थे
मोहपाश में बंध नहीं पाया .

देखा मैंने एक बीमार को
एक अपाहिज वृद्ध लाचार को
मृत देह काठी पर पाया
देख उसे वैराग्य समाया .

-          श्रीमती सपना निगम


3 comments:

  1. बहुत सुन्दर सामयिक रचना ..
    बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनायें!

    ReplyDelete
  2. भावपूर्ण रचना बुद्ध जयन्ती पर |

    ReplyDelete
  3. छोटी सी कविता में बुध्द का पूरा जीवन समाता है।

    ReplyDelete