tag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post6565760026540349256..comments2024-02-18T13:50:22.657+05:30Comments on अरुण कुमार निगम (हिंदी कवितायेँ): जनकवि स्व.कोदूराम “दलित” - 47 वीं पुण्यतिथि अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)http://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-87512474336771862572014-10-05T23:39:30.276+05:302014-10-05T23:39:30.276+05:30कार्यक्रम शानदार रहा. ....उनकी किताब "बहुजन ह...कार्यक्रम शानदार रहा. ....उनकी किताब "बहुजन हिताय बहुजन सुखाय पढ़ा. अभी चंद पृष्ठ बाकी है पढ़ने को.....जितना पढ़ा सभी रचनाओं मे अपने देश के प्रति प्रेम, अश्पृश्यता संबंधी कुरीतियों को हटाने के लिये काव्यांजलि, क्षेत्रीय बोली/ भाषा में व्याकरणीय, रस छंद अलंकारों से सुसज्जित काव्य अत्यंत प्रेरणादायक हैं . शत शत नमन उन्हें..."बाढ़ै पूत पिता के धर्मा" को चरितार्थ करते हुए अरुण भैया की लेखनी से भी काव्य की अविरल धारा प्रवाहित हो रही है....उनकी पुस्तक भी कुछ ही दिनों में मित्रों के हाथ दिखाई देने वाली है....अरुण भैया को बहुत बहुत बुहुत बधाई...सूर्यकान्त गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/05578755806551691839noreply@blogger.com