tag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post6271468957437379431..comments2024-02-18T13:50:22.657+05:30Comments on अरुण कुमार निगम (हिंदी कवितायेँ): दिल जोड़ना ही सीखा.............अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)http://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-5251509300395381862012-03-23T21:33:28.677+05:302012-03-23T21:33:28.677+05:30बहुत सुन्दर
बहुत बढ़िया प्रस्तुति है.....बहुत सुन्दर<br />बहुत बढ़िया प्रस्तुति है.....मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-7051355681521067392012-03-23T17:32:39.536+05:302012-03-23T17:32:39.536+05:30खुबसूरत गजल...बहुत सुन्दर.. .नव संवत्सर की शुभका...खुबसूरत गजल...बहुत सुन्दर.. .नव संवत्सर की शुभकामनायेंMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-47981811516789559302012-03-23T11:34:02.109+05:302012-03-23T11:34:02.109+05:30दिल जोड़ना ही सीखा, धन जोड़ ना सके
नाकाम रह गये जमान...दिल जोड़ना ही सीखा, धन जोड़ ना सके<br />नाकाम रह गये जमाने के हिसाब में.<br />क्या 'मतला' और क्या 'मक्ता' यहाँ हर कोई अपने सुरूर में है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-81307282985535159402012-03-23T04:14:52.159+05:302012-03-23T04:14:52.159+05:30.
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नव संवत....<br /><br /><b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.in/2011/04/blog-post.html" rel="nofollow">♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥<br />नव संवत् का रवि नवल, दे स्नेहिल संस्पर्श !<br />पल प्रतिपल हो हर्षमय, पथ पथ पर उत्कर्ष !!<br />-राजेन्द्र स्वर्णकार<br />♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥<br /><br />*चैत्र नवरात्रि और नव संवत २०६९ की हार्दिक बधाई !* <br />*शुभकामनाएं !* <br />*मंगलकामनाएं !*</a></b>Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-34983035878565195922012-03-23T04:14:12.626+05:302012-03-23T04:14:12.626+05:30.
वाह वाह !
बहुत खूबसूरत ग़ज़ल है
मुबारकबाद !.<br /><br />वाह वाह ! <br />बहुत खूबसूरत ग़ज़ल है <br />मुबारकबाद !Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-17649794283163914732012-03-22T22:31:34.409+05:302012-03-22T22:31:34.409+05:30आईना तोड़ देते हैं वो खुद को देख कर
वो कुछ दिनों स...आईना तोड़ देते हैं वो खुद को देख कर<br />वो कुछ दिनों से दिख रहे अक्सर हिजाब में<br /><br />वाह! क्या अहसास है...बहुत ख़ूबसूरत प्रस्तुति...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-32962753535612781492012-03-22T19:59:51.210+05:302012-03-22T19:59:51.210+05:30दिल जोड़ना ही सीखा, धन जोड़ ना सके
नाकाम रह गये जमान...दिल जोड़ना ही सीखा, धन जोड़ ना सके<br />नाकाम रह गये जमाने के हिसाब में.<br /><br />यह बहुत बड़ी दौलत है ...हर किसीके पास नहीं होतीSarashttps://www.blogger.com/profile/04867240453217171166noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-21096461880677392132012-03-22T18:47:14.053+05:302012-03-22T18:47:14.053+05:30दोनों रहे गुरूर में हाय मिल नहीं सके
मैं रह गया रु...दोनों रहे गुरूर में हाय मिल नहीं सके<br />मैं रह गया रुवाब में और वो शवाब में.<br /><br />यह गुरूर जब भी रिश्तों में आ जाता है...सब बिखर जाता है.Nidhihttps://www.blogger.com/profile/07970567336477182703noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-1966632358189782312012-03-22T18:31:30.526+05:302012-03-22T18:31:30.526+05:30मजा आ गया आदरणीय अरुण भईया...
सादर.मजा आ गया आदरणीय अरुण भईया...<br />सादर.S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-87943638271811111252012-03-22T18:17:32.195+05:302012-03-22T18:17:32.195+05:30आईना तोड़ देते हैं वो खुद को देख कर
वो कुछ दिनों स...आईना तोड़ देते हैं वो खुद को देख कर<br />वो कुछ दिनों से दिख रहे अक्सर हिजाब में<br /> kya bat hai.Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-18733235420689032212012-03-22T17:06:56.301+05:302012-03-22T17:06:56.301+05:30bahut khub, bahut sundarbahut khub, bahut sundarAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-456314634141643082012-03-22T14:27:00.483+05:302012-03-22T14:27:00.483+05:30वाह वाह वाह !!! क्या बात है हर एक पंक्ति लजावा है ...वाह वाह वाह !!! क्या बात है हर एक पंक्ति लजावा है सर बहुत खूब लिखा है आपने बेहतरीन प्रस्तुति....Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-1163861189363806602012-03-22T14:23:01.211+05:302012-03-22T14:23:01.211+05:30कमबख्त नौकरी ने यूँ मजबूर कर दिया
बीबी से मुलाकात ...कमबख्त नौकरी ने यूँ मजबूर कर दिया<br />बीबी से मुलाकात भी होती है ख्वाब में.<br /><br />uff ye majboori!<br />sundar rachna<br />SaadarMadhureshhttps://www.blogger.com/profile/03058083203178649339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-84058910692580788052012-03-22T13:30:49.472+05:302012-03-22T13:30:49.472+05:30आईना तोड़ देते हैं वो खुद को देख कर
वो कुछ दिनों स...आईना तोड़ देते हैं वो खुद को देख कर<br />वो कुछ दिनों से दिख रहे अक्सर हिजाब में<br /><br />कमबख्त नौकरी ने यूँ मजबूर कर दिया<br />बीबी से मुलाकात भी होती है ख्वाब में.<br />वाह ...बहुत खूब ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-79298206960970929762012-03-21T21:04:40.085+05:302012-03-21T21:04:40.085+05:30गजल की एक एक लाइन तारीफ के काबिल है,गजल की एक एक लाइन तारीफ के काबिल है,UMA SHANKER MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/06099647965326076377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-79824512551858287412012-03-21T18:00:30.772+05:302012-03-21T18:00:30.772+05:30पिछले कुछ दिनों से अधिक व्यस्त रहा इसलिए आपके ब्लॉ...पिछले कुछ दिनों से अधिक व्यस्त रहा इसलिए आपके ब्लॉग पर आने में देरी के लिए क्षमा चाहता हूँ...<br /><br />कमबख्त नौकरी ने यूँ मजबूर कर दिया<br />बीबी से मुलाकात भी होती है ख्वाब में.<br /><br />इस खूबसूरत ग़ज़ल के लिए ढेरों दाद कबूल करें.<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-32108749395822058442012-03-21T12:36:09.088+05:302012-03-21T12:36:09.088+05:30इक रोज रख गये थे वो दिल की किताब में
ताउम्र बरकरा...इक रोज रख गये थे वो दिल की किताब में<br />ताउम्र बरकरार है खुशबू गुलाब में.……………वाह ………शानदार गज़लvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-78538656696756726482012-03-21T12:12:11.109+05:302012-03-21T12:12:11.109+05:30दिल जोड़ना ही सीखा, धन जोड़ ना सके
नाकाम रह गये जमान...दिल जोड़ना ही सीखा, धन जोड़ ना सके<br />नाकाम रह गये जमाने के हिसाब में<br />वाह!!!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-73136354059842609982012-03-21T11:47:16.282+05:302012-03-21T11:47:16.282+05:30दोनों रहे गुरूर में हाय मिल नहीं सके
मैं रह गया रु...दोनों रहे गुरूर में हाय मिल नहीं सके<br />मैं रह गया रुवाब में और वो शवाब में...वाहरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-24756167162980350102012-03-21T11:28:14.883+05:302012-03-21T11:28:14.883+05:30दिल जोड़ना ही सीखा, धन जोड़ ना सके
नाकाम रह गये जमान...दिल जोड़ना ही सीखा, धन जोड़ ना सके<br />नाकाम रह गये जमाने के हिसाब में.<br /><br />पहले से खत जवाबी लिखके भेज दे ‘अरुण’<br />"मैं जानता हूँ जो वो लिखेंगे जवाब में"<br /><br />बहुत सुंदर गजल,......<br /><br />my resent post<br /><br /><br /><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/03/blog-post_16.html#links" rel="nofollow">काव्यान्जलि ...: अभिनन्दन पत्र............ ५० वीं पोस्ट.</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-16752116855637318552012-03-21T11:18:03.724+05:302012-03-21T11:18:03.724+05:30कल 22/03/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल (स...<i> कल 22/03/2012 को आपकी यह पोस्ट <a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.in" rel="nofollow"> नयी पुरानी हलचल <b>(संगीता स्वरूप जी की प्रस्तुति में) </b></a> पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .<br />धन्यवाद!</i>Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-38304342304183881452012-03-21T11:10:17.289+05:302012-03-21T11:10:17.289+05:30जवाबी ख़त का कोई जवाब नहीं है .. अति सुन्दर सृजन.....जवाबी ख़त का कोई जवाब नहीं है .. अति सुन्दर सृजन..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-56345794043412582742012-03-21T10:28:58.310+05:302012-03-21T10:28:58.310+05:30दिल के जोड़े से कहाँ, कृपण करेज जुड़ाय ।
सौ फीसद हो...दिल के जोड़े से कहाँ, कृपण करेज जुड़ाय ।<br /><br />सौ फीसद हो मामला, जाकर तभी अघाय । <br /><br />जाकर तभी अघाय, सीखना जारी रखिये ।<br /><br />दर्दो-गम आनन्द, मस्त तैयारी रखिये ।<br /><br />आई ना अलसाय, आईना क्यूँकर तोड़े ।<br /><br />आएगी तड़पाय, बनेंगे दिल के जोड़े ।।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-52941715490921818632012-03-21T10:12:50.683+05:302012-03-21T10:12:50.683+05:30आईना तोड़ देते हैं वो खुद को देख कर
वो कुछ दिनों स...आईना तोड़ देते हैं वो खुद को देख कर<br />वो कुछ दिनों से दिख रहे अक्सर हिजाब में<br /><br />कमबख्त नौकरी ने यूँ मजबूर कर दिया<br />बीबी से मुलाकात भी होती है ख्वाब में.<br /><br />बहुत खूब ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-38180680790045660362012-03-21T09:47:17.337+05:302012-03-21T09:47:17.337+05:30वाह भाई वाह ।।वाह भाई वाह ।।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com