tag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post1767797260042183440..comments2024-02-18T13:50:22.657+05:30Comments on अरुण कुमार निगम (हिंदी कवितायेँ): ‘रेणु’ से ‘दलित’ तकअरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)http://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-52668548334067054692012-10-05T22:28:02.770+05:302012-10-05T22:28:02.770+05:30फणीश्वर नाथ रेणु और जन संत कवि कोदूराम जी से आपने ...फणीश्वर नाथ रेणु और जन संत कवि कोदूराम जी से आपने रु -बा -रु करवाया ,उनका व्यक्तित्व और कृतित्व समझाया .आभार .आपकी काव्यात्मक टिपण्णी मूल पोस्ट और और भी गेय बनाके जन मन तक पहुंचा रही है .आभार .<br /><br />सोया घोड़े बेचकर ,जाग मुसाफिर जाग |<br />चुरा गठरिया हाय रे,चोर जाय ना भाग ||<br /><br />मेरी निद्रा तुझे मिले,ऐसा कर दे राम |<br />मैं जागूँ सो जाय तू , निपटें मेरे काम ||<br /><br />नींद न आये रात भर , लगा प्रेम का रोग |<br />दिल सचमुच खो जाय गर,छोड़ा ना हठयोग ||<br /><br />गीत गज़ल में नींद का,जैसा करें प्रयोग |<br />किंतु नींद भरपूर लें, और भगायें रोग ||<br />ram ram bhai<br />मुखपृष्ठ<br /><br />शुक्रवार, 5 अक्तूबर 2012<br />चील की गुजरात यात्राvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-18631121199359927862012-09-29T23:44:00.197+05:302012-09-29T23:44:00.197+05:30bahut sundar adarniy ravikar ji waah bahut sundar adarniy ravikar ji waah UMA SHANKER MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/06099647965326076377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-18904663174166048942012-09-29T23:35:26.081+05:302012-09-29T23:35:26.081+05:30 अरुण भाई आपने आदरणीय दानेश्वर शर्मा जी से प्राप्त... अरुण भाई आपने आदरणीय दानेश्वर शर्मा जी से प्राप्त जानकारी को हम सब के साथ बांटने के लिए आभार| बहुत बढ़िया जानकारी दी| <br />आदरणीय कोदूराम जी दलित जी के नाम से छत्तीसगढ़ में नवाँगढ़ में कालेज भी है <br />आदरणीय कोदूराम जी दलित के द्वारा ही सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ी शब्दकोष के निर्माण के दिशा में <br />काम शुरू किया गया था मुझे छ.ग. के वरिष्ठ साहित्यकारों से यह जानकारी मिली थी <br />उनकी कविता में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने समाज सुधार की दिशा में बहुत <br />बढ़िया काम किया है <br />उन्होंने हर क्षेत्र पर लिखा है उनकी लेखनी अद्भुत थी <br />उनकी पुण्य तिथि पर बहुत बढ़िया प्रस्तुति के लिए धन्यवाद <br />हम ईश्वर से यह कामना करते है कि भगवान उन्हें अपने में समाहित रखे एवं उनके परिवार <br />के लोगों को सदैव सुख शांति प्रदान करे| UMA SHANKER MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/06099647965326076377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-65879849333365147642012-09-29T09:30:32.595+05:302012-09-29T09:30:32.595+05:30निगम जी संगीत में भी लोक संगीत पहले आया है शास्त्र...निगम जी संगीत में भी लोक संगीत पहले आया है शास्त्र बद्ध बाद में हुआ है .संत कवि सारे जन कवि ही तो थे लोक के जन जन के कवि थे .फनेश्वर नाथ रेणु लिखे "मैला अंचल "और रहे सजे धजे .<br /><br />दलित जी की रचनाएं आपके ब्लॉग पे जब तक पढ़ें को मिल जातीं हैं .बढ़िया पोस्ट लगाईं है लोक साहित्य की छींट लिए. virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-16778601117205425702012-09-29T07:00:02.755+05:302012-09-29T07:00:02.755+05:30रेणु जी के बारे मे तो पता था दलित जी से मिलवाने का...रेणु जी के बारे मे तो पता था दलित जी से मिलवाने का शुक्रिया . और दोनों के बीच के साम्य <br />कमाल का था ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-10512585517044306732012-09-28T22:29:44.063+05:302012-09-28T22:29:44.063+05:30दोनो साहित्यकारो से परिचय करवाने के लिए आभार.दोनो साहित्यकारो से परिचय करवाने के लिए आभार.Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-68320898543285165272012-09-28T20:17:27.009+05:302012-09-28T20:17:27.009+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति!
इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनि...बहुत अच्छी प्रस्तुति!<br />इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (29-09-2012) के <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर भी होगी!<br />सूचनार्थ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-41682270818515753042012-09-28T15:19:51.534+05:302012-09-28T15:19:51.534+05:30अद्भुत साम्य ... इस परिचय के लिए आभार अद्भुत साम्य ... इस परिचय के लिए आभार संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-61872570041572175372012-09-28T14:26:21.456+05:302012-09-28T14:26:21.456+05:30दोनों साहित्यकारों का जीवन परिचय कराने के लिये,,आभ...दोनों साहित्यकारों का जीवन परिचय कराने के लिये,,आभार धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-25674689816605128362012-09-28T12:24:58.659+05:302012-09-28T12:24:58.659+05:30सादर नमन ||सादर नमन ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-49097798926740787102012-09-28T12:23:11.221+05:302012-09-28T12:23:11.221+05:30अच्छी तुलना है। इसी बहाने दलित जी से परिचय हुआ।
सा...अच्छी तुलना है। इसी बहाने दलित जी से परिचय हुआ।<br />साहित्य तभी समाज का दर्पण है जब वह लोकभावना को प्रतिबिंबित करे। हमारे समय को भी ऐसे सहृदयों की दरक़ार है। उनका स्मरण शायद इस ओर प्रेरित कर सके।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6932795526794147701.post-8685594540954968152012-09-28T12:20:19.329+05:302012-09-28T12:20:19.329+05:30अरुण निगम के पिताजी, श्रेष्ठ दलित कविराज |
उनकी कव...अरुण निगम के पिताजी, श्रेष्ठ दलित कविराज |<br />उनकी कविता कुंडली, पढता रहा समाज |<br /><br />पढता रहा समाज, आज भी हैं प्रासंगिक |<br />देशभक्ति के मन्त्र, गाँव पर लिख सर्वाधिक |<br /><br />छत्तिसगढ़ का प्रांत, आज छू रहा ऊंचाई |<br />जय जय जय कवि दलित, बड़ी आभार बधाई ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com